स्कन्द पुराण के अवंती खंड में उज्जैन का विस्तृत वर्णन है इसके अलावा अन्य कई पुराणों में भी उज्जैन का जिक्र किया गया हैं और वर्तमान में यह नगरी उज्जैन नाम से काफी ज्यादा प्रसिद्ध हैं। यहां पर भगवान शिव जी के मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक हैं और जिसके दर्शन करने के लिए श्रद्धालु इस नगरी को पहुंचते है।
उज्जैन शहर को और भी कई नामों से जाना जाता हैं जो की है अवंतिका, उज्जैनी और कनक श्रृंगार आदि नामों से जाना जाता हैं। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग तीन भागों में विभाजित है जिसमें निचले भाग में महाकालेश्वर, मध्य भाग में ओंकारेश्वर और सबसे ऊपरी भाग में श्री नागचंद्रेश्वर आदि। महाकालेश्वर में सभी जगह को अच्छी तरह से घूमने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
महाकालेश्वर में घूमने की खूबसूरत जगह-(Mahakaleshwar me Ghumne ki Jagah):
वैसे तो महाकालेश्वर में घूमने के लिए कई सारी जगह है लेकिन इस लेख में आपको महाकालेश्वर में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थल के बारे में बताएंगे लेकिन यदि आपके पास काफी समय है तो आप महाकालेश्वर में इन जगह को घूमने के बाद और भी कई सारी जगह को घूम सकते है।
- श्री हरसिद्धि मंदिर
- भारत माता मंदिर
- मंगलनाथ मंदिर
- सांदीपनि आश्रम
- राम घाट
- चिंतामन गणेश मंदिर
- चौबीस खंभा मंदिर
1.श्री हरसिद्धि मंदिर:
आप महाकालेश्वर से लगभग 650 मीटर की दूरी पर हरसिद्धि माता जी के दर्शन करने के लिए निकल जाएं क्योंकि यह मंदिर माता पार्वती के 51 शक्तिपीठों में से एक हैं। इस मंदिर में हर महीने में हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते है।
इस मंदिर को प्राचीन भारतीय डिजाइन में बनाया गया है और इस मंदिर को पूरा पत्थर से बनाया गया हैं। महाकालेश्वर में इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जरूर जाएं।
2.भारत माता मंदिर:
भारत माता मंदिर भारतीय लोगों के बीच राष्ट्रवाद का प्रतीक माना जाता हैं भारत माता सवाई देश का अवतार है जिसे देवी की तरह पूजा जाता हैं यह मंदिर बहुत जगह है जहां बहुत सारे लोग देवी को अपना सम्मान देते है।
दोस्तो यदि आप उज्जैन शहर के महाकालेश्वर में घूमने के लिए जाते है तो आप लोगो को भारत माता मंदिर घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए इस लिए आप इस मंदिर को घूमने के लिए जरूर जाएं।
3.मंगलनाथ मंदिर:
मंगलनाथ मंदिर महाकालेश्वर का सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख मंदिरों में से एक हैं और यह मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है और कई सारे भक्त इस मंदिर में प्रार्थना करते हैं और मंदिर में देवताओं को प्रसाद चढ़ाने के लिए आते है।
जो भी भक्त या श्रद्धालु इस मंदिर में सच्चे मन से प्रार्थना करते है तो उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी इस लिए इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आपको जरूर जाना चाहिए।
4.सांदीपनि आश्रम:
दोस्तो महाकालेश्वर में घूमने की जगह के लिए सांदीपनि आश्रम बहुत ही प्रसिद्ध हैं शिल्पा नदी के तट पर स्थित इस आश्रम का धार्मिक महत्व बहुत है माना जाता हैं कि इस आश्रम में ही भगवान श्री कृष्ण जी ने अपने भाई बलराम और मित्र सुदामा के साथ मिलकर गुरु संधि पीनी से शिक्षा ग्रहण की थी।
इस आश्रम के पास एक पत्थर भी है जिसके 1 से लेकर 100 तक की संख्या उखेरी गई है माना जाता हैं कि इन संख्याओं को खुद गुरु संदीप जी ने उखेरा था।
5.राम घाट:
दोस्तो यदि आपने कुंभ का मेला देखा है तो आपको राम घाट की यात्रा जरूर करनी चाहिए यह वही बिंदु है जहां सूर्यास्त के दौरान आरती आयोजित की जाती हैं गंगा नदी के पानी में सुंदर आरती का प्रतिबंध देखने लायक होता हैं इस प्रकार उज्जैन के महाकालेश्वर में राम घाट घूमने के स्थान की सूची में जरूर होना चाहिए।
इस लिए आमतौर पर यह सलाह दी जाती हैं कि अपने स्पोर्ट को बुक करने के लिए 24 घंटे पहले राम घाट की यात्रा बुक करनी पड़ती हैं। इस लिए आप राम घाट की यात्रा को करने के लिए 24 घंटे पहले बुकिंग करवा लें।
6.चिंतामन गणेश मंदिर:
चिंतामन गणेश मंदिर उज्जैन शहर के महाकालेश्वर में स्थित श्री गणेश जी को समर्पित है। यह उज्जैन में सबसे बड़ा और प्रसिद्ध गणेश जी का मंदिर है इस मंदिर का निर्माण 11वी और 12वी शताब्दी के दौरान बनवाया गया था। श्री चिंतामन गणेश मंदिर महाकालेश्वर से मात्र 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
यहां भगवान गणेश तीन रूपो में चिंतामन, इच्छामन और सिद्धि विनायक के रूपो के विराजमान है ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना भगवान श्री राम जी ने की थी।
7.चौबीस खंभा मंदिर:
चौबीस खंभा मंदिर उज्जैन जंक्शन से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं और यह मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के उज्जैन जिले के महाकालेश्वर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और साथ ही उज्जैन के सबसे लोकप्रिय दर्शनीय स्थलों में से एक है और इस मंदिर का निर्माण 9वीं या 10वीं शताब्दी के दौरान करवाया गया था।
यह मंदिर छोटी माता और बड़ी माता जी को समर्पित मंदिर है और हिन्दू धर्म के अनुयायियों के 20 एक पवित्र स्थल के रूप में प्रचलित है इस चंद्दार मंदिर को विक्रमादित्य के समय में बनवाया गया था।
महाकालेश्वर में जाने का सही समय:
वैसे तो उज्जैन एक धार्मिक शहर है जहां पर आप महाकालेश्वर में घूमने की जगह और महाकालेश्वर के दर्शन करने के लिए आप किसी भी समय या महीने में यहां जा सकते हैं लेकिन आपको बता दें कि यहां जाने का सबसे अच्छा समय जुलाई से लेकर मार्च तक के महीने का माना जाता हैं।
क्योंकि इन महीनों में यहां काफी सारे त्यौहार होते है जिन्हें धूम धाम से मनाए जाते है और इस समय यहां का मौसम भी काफी सुहावना रहता हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कौन से महीने में घूमने के लिए जा सकते हैं।
महाकालेश्वर कैसे पहुंचे:
वैसे तो आप यहां बाई बस, बाई ट्रेन और फ्लाइट के द्वारा पहुंच सकते है ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप महाकालेश्वर में घूमने की जगह या इसके आस पास घूमने की जगह को घूमने के लिए किस साधन के द्वारा जाना चाहते है।
1.ट्रेन के द्वारा महाकालेश्वर कैसे पहुंचे:
यदि आप ट्रेन से उज्जैन शहर के महाकालेश्वर को जा रहे हैं तो आपको बता दें कि महाकालेश्वर का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन खुद उज्जैन जंक्शन है जो कि देश के सभी छोटे- बड़े शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
जिनके जरिए आप दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, चंडीगढ़ और बैंगलोर आदि जैसे शहरों से डायरेक्ट ट्रेन पकड़कर उज्जैन को जा सकते हैं। उज्जैन जंक्शन से महाकालेश्वर के बीच की दूरी लगभग 2 किमी की है जिसे आप पग यात्रा द्वारा पूरी कर सकते हैं।
2.फ्लाइट के द्वारा महाकालेश्वर कैसे पहुंचे:
दोस्तो यदि आपने फ्लाइट के द्वारा महाकालेश्वर जाने का प्लान बना लिया है तो जानकारी के लिए आपको बता दें कि उज्जैन शहर के महाकालेश्वर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में है जिसे देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता हैं।
जो के देश के सभी छोटे- बड़े एयरपोर्ट के एयरलाइंस द्वारा काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जिनके जरिए आप दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, बैंगलोर और चेन्नई आदि जैसे शहरों के एयरपोर्टों से आप फ्लाइट पकड़कर डायरेक्ट इंदौर तक पहुंच सकते हैं। इंदौर से महाकालेश्वर के बीच की दूरी लगभग 57 किलोमीटर की है।
3.बस के द्वारा महाकालेश्वर कैसे पहुंचे:
दोस्तो यदि आप महाकालेश्वर के मंदिर के दर्शन करने के लिए बस के द्वारा जाना चाहते हैं तो आपको दिल्ली, आगरा, इंदौर, उत्तर प्रदेश आदि इन शहरों से भी डायरेक्ट बसें चलती है जिनके जरिए आप महाकालेश्वर को बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप अपने निजी वाहन से भी उज्जैन को पहुंच सकते है।
उज्जैन में कहां रूके/ठहरें:
वैसे तो आपको यहां पर कई सारे होटल और धर्मशाला मंदिर की ट्रस्ट की तरफ से मिल जायेंगे जिन्हें आप बुक करके यहां रूक सकते है। यदि आप यहां स्टे करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर द्वारा संचालित धर्मशाला लेते है तो बिना AC का कमरा आपको 400 से 500 रुपए में मिल जाएगा।
इसी के साथ AC वाला कमरा आपको 800 से 1200 रुपए में मिल जाएगा। जो की एक दिन के लिए रहता है यदि आप नॉर्मल बचट के अनुसार होटल बुक करते है तो इसका किराया लगभग 700 से 1000 रुपए के अंदर आपको मिल जायेगा ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किसमें रुकना चाहते है।
महाकालेश्वर में घूमने की जानकारी:
महाकालेश्वर में घूमने की जगह या इसके आस पास की घूमने की जगह को घूमने के लिए आप उज्जैन में स्कूटी या ऑटो बुक करके घूम सकते हैं यदि आप यहां घूमने के लिए स्कूटी बुक करते है तो इसका किराया लगभग 250 से 400 रुपए पर दिन का रहता है।
लेकिन वही यदि आप ऑटो को बुक करते हैं तो इसका किराया लगभग 400 से 500 रुपए तक रहता हैं अब आप अपने बचट के अनुसार ऑटो या स्कूटी को बुक कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
आज के इस लेख में महाकालेश्वर में घूमने की जगह (Mahakaleshwar me Ghumne ki Jagah) के बारे में दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी यदि आप ऐसे ही ट्रैवल से संबधित और भी जानकारी जानने की कोशिश कर रहे हैं तो आप इस ब्लॉग को Follow जरूर करें।
FAQ:
Quest.1 उज्जैन में घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
Ans.उज्जैन शहर के महाकालेश्वर की यात्रा के लिए आपको कम से कम 2 दिन जरूर चाहिए जिससे कि आप इन सभी जगह को अच्छी तरह से घूम सकें।
Quest.2 उज्जैन में सबसे पहले किस मंदिर में जाना चाहिए?
Ans.उज्जैन के पास में घूमने के लिए सबसे पहले आपको महाकालेश्वर मंदिर में जाना चाहिए।
Quest.3 जबलपुर से महाकालेश्वर की दूरी कितनी है?
Ans.जबलपुर से महाकालेश्वर के बीच की दूरी लगभग 507 किलोमीटर की है जिसे बस, ट्रेन या फ्लाइट द्वारा बड़ी आसानी से पूरी की जा सकती हैं।